नियमो को ताख पर रखकर जिले में खंड विकास अधिकारियो के हो रहे तबादले
वीरेंद्र कुमार राव, बहराइच। अगर कहा जाय कि बहराइच में स्थानांतरण शासनादेश की धज्जियां खुलेआम उड़ाई जा रही हैं तो शायद गलत नहीं होगा। कहीं वर्षों से जमे लोगों पर शासनादेश की नीतियां स्वयं में शर्मशार हो रही हैं,तो कहीं लोगों को कार्यभार समझने का मौका तक नहीं दिया जा रहा। अभी एक ताजा मामला विनोद कुमार यादव खंड विकास अधिकारी मिहरपुरवा का सामने आया है।जिनको जनपद में 4 वर्ष हो चुके हैं। जिनका स्थानांतरण इसी सत्र में किया गया था परंतु दबाव व इनके रसूख के चलते स्थानांतरण रोक दिया गया।
जिसका खामियाजा अजय प्रताप सिंह अमन वर्मा राहुल पांडे व राजेंद्र कुमार को स्थानांतरण के रूप में भुगतना पड़ा।जिन्हें किन्हीं कारणों से रोक दिया गया लेकिन राजेंद्र कुमार का स्थानांतरण होने पर कोर्ट की शरण ली गई तो कोर्ट द्वारा उनका रिलीविंग आर्डर और स्थानांतरण स्थगित कर दिया गया। बावजूद विभाग द्वारा अभी तक कोर्ट के आदेशों का अनुपालन नहीं करवाया गया और विनोद कुमार यादव को बचाने के लिए पूरे जनपद में कार्यरत प्रवीण कुमार खंड विकास अधिकारी विशेश्वरगंज को मुख्यालय से संबंध कर दिया गया। जो कि विभाग के मनमाने रवैये का जीता जागता सबूत है। और विभाग की इसी हठवादिता के कारण एक अधिकारी को बचाने के लिए पांच_पांच खंड विकास अधिकारियों को डिस्टर्ब कर स्थानांतरण की बेदी पर लटकाकर अराजकता की स्थिति उत्पन्न की गई। पूरे विभाग में अफरातफरी का माहौल बना हुआ है। सूत्रों की माने तो श्री कुमार के भ्रष्ट कार्यों पर लीपापोती करने के लिए उन्हें बचने का मौका देने के लिए सब कुछ किया जा रहा है।
